यूनाइटेड स्टेट ऑफ कैलासा चर्चा में क्यों ? (Kailasa Country in Hindi)
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र (UN) कि जिनेवा में हुई इस बैठक में ‘यूनाइटेड स्टेट ऑफ कैलासा’ को आमंत्रित किया गया। कैलासा नित्यानंद द्वारा बनाया गया एक स्वघोषित देश है, जिसे भारत द्वारा भगोड़ा घोषित कर दिया गया था। नित्यानंद पर भारत में बच्चों के रेप और अपहरण सहित कई बड़े आरोप हैं। UN में कैलासा देश कि प्रतिनिधि ‘विजयप्रिया नित्यानंद’ ने CESCR (कमेटी ऑन इकोनॉमिक, सोशल एंड कल्चरल राइट्स) की बैठक में खुद को कैलासा कि स्थायी राजदूत बताते हुए भारत पर यह आरोप लगाया कि भारत ने नित्यानंद को ‘सताया/अत्याचार’ किया है।
क्या है कैलासा का दावा ?
(Kailasa Country in Hindi) – संयुक्त राष्ट्र में कैलासा कि स्थाई प्रतिनिधि विजयप्रिया नित्यानंद ने यह दावा किया है, कि कैलासा हिंदुओं के लिए पहला संप्रभु देश है। जिसे हिंदू धर्म के सर्वोच्च पुजारी ‘नित्यानंद परमशिवम’ ने स्थापित किया है। उनका कहना है कि यह हिंदू सभ्यता और हिंदू धर्म की 10,000 स्वदेशी परंपराओं को पुनर्जीवित कर रहे हैं, जिसमें आदि शैव, स्वदेशी कृषि जनजातियां भी शामिल हैं। साथ ही यह भी दावा किया जा रहा है कि कैलासा इक्वाडोर के तट पर स्थित एक ऐसा देश है जिसका अपना झंडा, पासपोर्ट, करेंसी और रिजर्व बैंक भी है।
कौन है स्वामी नित्यानंद ?
स्वामी नित्यानंद का जन्म 1977 में तमिलनाडु में हुआ था, जो 12 साल की उम्र में प्रबुद्ध होने का दावा करते हैं। उसने सन 2000 में नित्यानंद ध्यानपीठम संगठन की स्थापना की तथा तमिल और अंग्रेजी दोनों में प्रवचन देने के कारण नित्यानंद के लाखों अनुयायी बन गए थे।सन 2008 तक आते-आते उसने भारत और अन्य 21 देशों में करीब 800 केंद्र और आश्रम स्थापित किए जिसमें योग, मैडिटेशन और फिटनेस कोर्सेज कराए जाते थें।
नित्यानंद के आश्रम और प्रवचन कार्यक्रम सभी सामान्य ढंग से चल रहे थें, लेकिन 2010 में लोगों का ध्यान उस पर तब आकर्षित हुआ जब एक लोकप्रिय दक्षिण भारतीय अभिनेत्री के साथ यौन क्रियाओं में लिप्त नित्यानंद का वीडियो देश के सामने आया।(Kailasa Country in Hindi)
2010 में आए इस वीडियो को नित्यानंद ने झूठा बताया, उसके अनुसार इस वीडियो में छेड़छाड़ की गई है। परंतु फिर भी उसे गिरफ्तार कर लिया गया और उस पर रेप अपहरण तथा अपने आश्रम में बच्चों को जबरन बंधक बनाकर रखने के आरोप में अभी ट्रायल चल ही रहे थे, कि वह जमानत पर रिहा होकर बाहर आया और कहा जाता है कि वर्ष 2018 के अंत में नित्यानंद नेपाल के रास्ते देश छोड़कर भाग गया। जिसके बाद इक्वाडोर के पास एक द्वीप पर उसने कैलासा नाम का देश बनाया।
नित्यानंद पर कौन से आरोप हैं ?
नित्यानंद पर रेप, शोषण, अपहरण, अपने आश्रम में बच्चों को जबरन बंधक बनाकर रखना और अवैध भूमि अतिक्रमण जैसे कई आरोप शामिल है। कई लोग नित्यानंद के शिक्षाओं और प्रथाओं को अवैज्ञानिक तथा अपरंपरागत बताते हुए इसकी आलोचना भी करते हैं, साथ ही भारत ने नित्यानंद को एक भगोड़ा घोषित कर दिया है। जनवरी 2020 में इंटरपोल ने नित्यानंद के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस भी जारी किया यह नोटिस सदस्य देशों से अपराध में शामिल व्यक्ति की पहचान, लोकेशन और गतिविधियों की जानकारी जुटाने के लिए जारी किया जाता है।(Kailasa Country in Hindi)
READ MORE – जो बदलाव आप दूसरों में देखना चाहते हैं पहले स्वयं में लाइए : गांधी जी -निबंध (2023)
कैलासा देश की संपूर्ण जानकारी
कैलासा कहाँ है ?(Kailasa Country in Hindi)
नित्यानंद ने अपना ‘काल्पनिक देश कैलासा’ (हम यहाँ कैलासा को काल्पनिक देश इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कैलासा को एक देश के तौर पर अभी किसी भी संगठन या देश ने मान्यता नहीं दी है) दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी तट पर इक्वाडोर के नजदीक एक द्वीप पर बसाया है, जिसकी भारत से दूरी लगभग 17 हजार किलोमीटर है। कैलासा का अपना एक वेबसाइट भी है, जिसके अनुसार दुनिया के किसी भी कोने में सताए गए हिंदू चाहे वह किसी भी नस्ल, लिंग या पंथ के हो वह कैलासा में आकर शांतिपूर्वक अपना जीवन व्यतीत कर सकते हैं। इसके अलावा अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय अपनी आध्यात्मिकता, कला और संस्कृति की प्रैक्टिस बिना किसी हस्तक्षेप के कर सकते हैं।(Kailasa Country in Hindi)
कैलासा की जनसंख्या-
कैलासा की जनसंख्या को लेकर पहले यह दावा किया गया था कि वहां करीब 200 करोड़ हिंदू रहते हैं। लेकिन अब नए आंकड़ों के अनुसार संयुक्त राष्ट्र में विजयप्रिया ने दावा किया था कि लगभग 20 लाख अप्रवासी हिंदू कैलाशा में रहते हैं।
कैलासा का कानून-
कैलासा की वेबसाइट के अनुसार – कैलासा में हिंदू संस्कृति और मनुस्मृति के आधार पर कानून चलता है। मनुस्मृति को कैलासा की सरकार ने सबसे जरूरी और आधिकारिक धर्मशास्त्र माना है, क्योंकि उनके अनुसार डेढ़ हजार वर्ष पूर्व प्राचीन भारत में भी मनुस्मृति के अनुसार ही नियम चलते थें।
कैलासा की आधिकारिक भाषाएँ – कैलासा की वेबसाइट के अनुसार उनकी तीन आधिकारिक भाषाएं हैं – अंग्रेजी, संस्कृत और तमिल।
राष्ट्रीय ध्वज – कैलाशा का अपना एक झंडा भी है, जिस पर नित्यानंद की तस्वीर लगी है साथ ही नंदी बैल को भी दिखाया गया है। इस झंडे पर नित्यानंद को भगवान शिव के रूप में दिखाया गया है और नंदी उसकी तरफ देखते हुए उसकी उपासना कर रहे हैं।
कैलासा मे मीडिया – कैलासा में ‘स्वामी नित्यानंद’ टीवी नामक एक टेलीविजन चैनल है जहां लोग स्वामी नित्यानंद के आध्यात्मिक भाषण देख और सुन सकते हैं साथ ही एक समाचार कंपनी भी है, जिससे लोगों को देश की जानकारी मिलती रहे। कैलासा का खुद का एक वेबसाइट kailassa.org भी है, जहां इस काल्पनिक देश के नए अपडेट हमेशा आते रहते हैं।
कैलासा के मंत्रालय- देश को सुचारू रूप से चलाने के लिए कैलासा में कई मंत्रालय भी बनाए गए हैं। जैसे- स्वास्थ्य, राज्य, मानव सेवा, आवास सुविधा, प्रबुद्ध सभ्यता, अर्थशास्त्र, खजाना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय इत्यादि।
धर्म-सनातन हिंदू धर्म।
राष्ट्रीय चिन्ह-राष्ट्रीय चिन्ह के रूप में परमशिवा, परमशक्ति, नित्यानंद और नंदी को चुना गया है।
राष्ट्रीय बैंक-रिजर्व बैंक।
मुद्रा- क्रिप्टोक्यूरेंसी।
राष्ट्रीय पक्षी – शरबम – एक पौराणिक प्राणी जो पंखों वाले शेर जैसा दिखता है।
राष्ट्रीय फूल – कमल का फूल।
राष्ट्रीय वृक्ष – बरगद।
राष्ट्रीय पशु – नंदी (हिंदू धर्म में मान्यता है कि भगवान शिव के बैल का नाम नंदी है)।
निष्कर्ष
कैलासा एक काल्पनिक देश है, जिसे किसी भी अन्य देश या संगठन द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है। यह लगातार अपने निजी वेबसाइट तथा ट्विटर जैसे सोशल मीडिया के माध्यम से एक झूठा तथा नकली प्रचार (Propaganda) फैलाता रहता है ताकि यह दुनिया की नजरों में बना रहे। ऐसे में संयुक्त राष्ट्र के इतने सम्मानित बैठक में एक अपराधी द्वारा बसाए गए देश को बुलाना काफी निंदनीय है, इससे पूरी दुनिया में एक गलत संदेश जाएगा।